गुय फॉक्स नाइट: इतिहास, परंपराएं और आधुनिकता का संगम

परिचय (Introduction):

गुय फॉक्स नाइट, जिसे बोनफायर नाइट या फायरवर्क्स नाइट भी कहा जाता है, इंग्लैंड में हर साल 5 नवंबर को मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण उत्सव है। इस दिन को विशेष रूप से आतिशबाजी, आग के अलावा और “गुय” नामक पुतले जलाने के लिए जाना जाता है। यह परंपरा 1605 में हुए “गनपाउडर प्लॉट”  की विफलता की याद में मनाई जाती है, जो उस समय के राजा जेम्स। और उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने  के लिए किया गया था। इस साजिश में शामिल सबसे प्रमुख व्यक्ति गुय फॉक्स थे, और इस कारण इस घटना का नाम उन्हीं पर रखा गया है।

इस लेख में, हम गुय फॉक्स नाइट के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और आधुनिक संदर्भों के साथ-साथ इस त्योहार से जुड़े प्रतीकों और परंपराओं के बारे में गहराई से जानेंगे।

गनपाउडर प्लॉट की पृष्ठभूमि (Background to the Gunpowder Plot):

गुय फॉक्स नाइट की कहानी की शुरुआत 1605 के इंग्लैंड से होती है, जब धर्म और राजनीति के मुद्दे तीव्रता से आपस में जुड़े हुए थे। इंग्लैंड में उस समय कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट के बीच धार्मिक संघर्ष था। राजा जेम्स। 

एक प्रोटेस्टेंट थे, और कैथोलिक को उनके शासनकाल के दौरान काफी प्रताड़ित किया गया था। 
कैथोलिक समुदाय के कुछ सदस्य, जो राजा जेम्स के शासन असंतुष्ट थे, ने राजा और उनकी सरकार को हटाने की योजना बनाई। इसका नेतृत्व रॉबर्ट केट्सबी ने किया था, और उनकी योजना थी कि संसद के भवन को विस्फोट से उड़ा दिया जाए, जिससे राजा और उनके सभी सांसद मारे जाएं। इस योजना को “गनपाउडर प्लॉट” के नाम से भी जाना जाना गया। इस योजना में 36 बैरल बारूद का उपयोग किया जाना था, जिसे संसद के नीचे गुप्त रूप से रखा गया था।

गुय फॉक्स की भूमिका (Role of Guy Fawkes):

गुय फॉक्स इस साजिश में शामिल एक महत्वपूर्ण सदस्य थे। उनका काम था उस बारूद को सही समय पर  विस्फोट कराया करना।  गुय फॉक्स एक अनुभवी सैनिक थे और उन्हें विस्फोट सामग्री का अच्छा ज्ञान था। उनका असली नाम गुइडो फॉक्स था, लेकिन उन्हें आमतौर पर गुय फॉक्स के नाम से भी जाना जाता था।  

जब  संसद को उड़ाने का दिन (5 नवंबर, 1605) करीब आया, तो साजिशकर्ताओं  को लगा  कि इस कार्यवाही में बहुत से निर्दोष लोग भी मारे जाएंगे।  इसलिए, उन्होंने कुछ कैथोलिक सांसदों को सावधान किया। इस चेतावनी से साजिश का भंडाफोड़ हो गया और गुय फॉक्स को बारूद के पास पकड़ा गया। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और उनसे साजिश के बारे में जानकारी उगलनेवाले के लिए यातनाएं दी गई।  बाद में, उन्हें सार्वजनिक रूप से फांसी दी गई।

गुय फॉक्स नाइट की शुरुआत (Guy Fawkes Night begins):

5 नवंबर, 1605 को राजा की हत्या की योजना विफल होने के बाद, इस दिन को एक राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित किया गया। इसे “गनपाउडर ट्रेजन” के रूप में मनाने का आदेश दिया गया, और लोगों को अपने राजा की रक्षा का जश्न सा मनाने के लिए अलाव जलाने और उत्सव मनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस प्रकार, ‘गुय फॉक्स नाइट’ की परंपरा की नींव रखी गई। 

प्रारंभ में, इस दिन को पूरी तरह से राजा की जान बचाने की खुशी में मनाया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे यह त्यौहार समय के साथ बदलता गया। अब इसे सामाजिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है, और इसमें आतिशबाजी, परेड, और “गुय” पुतलों को जलाना शामिल है।

गुय फॉक्स नाइट की प्रमुख परंपराएं (Key Traditions of Guy Fawkes Night):

गुय फॉक्स नाइट से जुड़ी कई परंपराएं है, जो आज भी उत्साह के साथ निभाई जाती है। 

इनमें से कुछ प्रमुख परंपराओं पर नजर डालते हैं:

1. अलाव जलाना (Lighting a bonfire):

गुय फॉक्स नाइट की सबसे प्रसिद्ध परंपरा अलाव उस समय के अलाव की प्रतीकात्मकता को दर्शाता है, जो साजिश विफल होने पर लोगों ने राजा के सम्मान में जलाए थे। लोग इस अलाव को जलाकर खुशी मनाते हैं और इस पर गुय फॉक्स के पुतले को जलाते हैं।

2. गुय के पुतले जालना (Burning of the “Guy”):

इस त्यौहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है “गुय” नमक पुतले को जलाना। बच्चे और युवा कागज, कपड़े और लकड़ी से गुय फॉक्स के पुतले बनाते हैं, जिन्हें बाद में अलाव पर जलाया जाता है। यह उस समय के गुय फॉक्स के प्रति गुस्से और उनकी साजिश की असफलता को दर्शाता है। 

3. आतिशबाजी (Fireworks):

गुय फॉक्स नाइट के दौरान आतिशबाजी भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आतिशबाजी उस विस्फोट का प्रतीक है, जो गुय फॉक्स और उनके साथियों ने संसद को उड़ाने के लिए योजना बनाई थी, लेकिन सफल नहीं हो पाई। इस दिन इंग्लैंड के कई हिस्सों में बड़े स्तर पर आतिशबाजी की जाती है, जिसे देखने के लिए हजारों लोग इकट्ठा होते हैं।

4. पैसे के लिए गुय (Penny for the Guy):

इस परंपरा में बच्चे गुय फॉक्स के पुतले के साथ सड़कों पर जाते हैं और “पैसे के लिए गुय” कहते हुए लोगों से पैसे मांगते हैं।  इस पैसे का उपयोग पुतला बनाने या आतिशबाजी खरीदने के लिए किया जाता है। यह परंपरा हालांकि अब उतनी आम नहीं है, लेकिन पहले इसे बड़े स्तर पर देखा जाता था।

गुय फॉक्स नाइट का आधुनिक संदर्भ (Modern references to Guy Fawkes Night):

समय के साथ गुय फॉक्स नाइट ने अपनी धार्मिक और राजनीतिक धाराओं को खो दिया है, और आज इसे एक सामाजिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में देखा जाता है। लोगों के लिए यह दिन एक पारिवारिक उत्सव का रूप ले चुका है, जिसमें वे एक साथ मिलकर आग  के अलावा के सामने बैठे हैं, आतिशबाजी का आनंद लेते हैं, और एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं।

हालांकि, कुछ लोग अभी भी इसे एक ऐतिहासिक घटना के रूप में याद करते हैं और इस दिन की असल कहानी को जानने में रुचि रखते हैं। कई जगहों पर स्कूलों में इस दिन के बारे में जानकारी दी जाती है, ताकि बच्चों को इतिहास की समझ हो सके।

गुय फॉक्स का चेहरा: एक प्रतीक (Guy Fawkes’s face: a symbol):

गुय फॉक्स का चेहरा अब न केवल इस साजिश से जुड़ा है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर विरोध के प्रतीक के रूप में उभर कर सामने आया है। खासकर “वेंडेटा मास्क” के रूप में, जिसे “V for Vendetta” फिल्म और कॉमिक बुक ने लोकप्रिय किया। इस मास्क का उपयोग आजकल विरोध प्रदर्शनों और राजनीतिक आंदोलन में किया जाता है। यह एक प्रकार का प्रतीक बन गया है, जो संता और उत्पीड़न के खिलाफ खड़ा होने का प्रतीक है।

गुय फॉक्स नाइट  के प्रति बदलते दृष्टिकोण (Changing attitudes toward Guy Fawkes Night):

गुय फॉक्स नाइट के प्रति लोगों के दृष्टिकोण समय के साथ बदलते गए हैं। पहले इसे पूरी तरह से गुय फॉक्स  और उनकी साजिश के खिलाफ मनाया जाता था, लेकिन आज इसे एक मजेदार और उत्साहित त्यौहार के रूप में देखा जाता है।

हालांकि, कुछ लोग यह तर्क देते हैं कि इस उत्सव में हिंसा और साजिश को रोमांचक रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जो उचित नहीं है। वहीं, कई लोग इसे केवल एक परंपरा मानकर इसका आनंद लेते हैं और इसे ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से नहीं जोड़ते।

 

निष्कर्ष (conclusion):

गुय फॉक्स नाइट एक ऐसा त्यौहार है, जो इंग्लैंड की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बन चुका है।  यह त्यौहार न केवल इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना की याद दिलाता है, बल्कि यह आज के आधुनिक समाज में एकजुटता, मनोरंजन, और परंपराओं का प्रतीक बन चुका है। आतिशबाजी, अलाव, और “गुय” के पुतलों को जलाने के साथ, यह दिन इंग्लैंड में खासतौर पर बच्चों और परिवारों के लिए एक मनोरंजक और उत्सवपूर्ण अनुभव बन चुका है। 


Sobha Devi is an experienced admin with a passion for writing. She brings a unique perspective to her work, blending creativity with insight

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