What are the 7 types of Bohag Bihu?

परिचय (Introduction):

7 types of Bohag Bihu? जिसे रोंगाली बिहू के नाम से भी जाना जाता है, असम का एक बहुत बड़ा और popular festival है। यह हर साल अप्रैल में celebrated होता है और असमिया नव वर्ष की शुरुआत के साथ-साथ वसंत ऋतु के आगमन को mark करता है। इस festival में सात दिनों तक अलग-अलग rituals और celebrations होते हैं, जिन्हें “बोहाग बिहू के 7 प्रकार” कहा जाता है। इस article में हम इन सात प्रकारों के बारे में detail में जानेंगे और समझेंगे कि हर दिन की अपनी खासियत क्या है।

Bohag Bihu सिर्फ एक त्योहार नहीं है; यह जीवन, प्रकृति, और community का उत्सव है। जब खेत सुनहरे हो जाते हैं और harvest का समय आता है, तब हवा में traditional गीतों की मधुर धुनें गूंजती हैं। ढोल और पेपा की beats पर लोग नृत्य करते हैं, और हर दिन इस festival को एक नया रंग देता है। तो चलिए, explore करते हैं कि “What are the 7 types of Bohag Bihu?” और इनका महत्व क्या है।

बोहाग बिहू का इतिहास और महत्व (History and Significance):

बोहाग बिहू का इतिहास असम की संस्कृति और agriculture से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह festival बोहाग महीने (मध्य अप्रैल) में मनाया जाता है, जब किसान अपने खेतों को नए बुवाई के लिए तैयार करते हैं। यह समय renewal और fertility का प्रतीक है। पुराने समय से, असम के लोग इस festival को बम्पर फसल की प्रार्थना और community bonding के लिए celebrate करते आए हैं। बोहाग बिहू का हर दिन एक special purpose को represent करता है, जो इसे और भी meaningful बनाता है।

बोहाग बिहू के 7 प्रकार (The 7 Types of Bohag Bihu):

यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि “types” का मतलब यहाँ बोहाग बिहू के सात दिनों से है, जो इस festival के अलग-अलग पहलुओं को दर्शाते हैं। आइए, इन सात दिनों को विस्तार से समझते हैं:

1. छोट बिहू (Chot Bihu):

7 types of Bohag Bihu

छोट बिहू, जिसे चैत बिहू भी कहा जाता है, इस festival की शुरुआत का दिन है। इस दिन लोग अपने घरों को clean करते हैं, फूलों से सजाते हैं, और traditional खाने की तैयारी करते हैं। यह एक preparation day है, जब लोग आने वाले celebrations के लिए excited होते हैं। गाँवों में लोग ढोल की beats पर गीत गाते हैं और festive mood में डूब जाते हैं। छोट बिहू बोहाग बिहू उत्सव का पहला कदम है, जो आगे के दिनों के लिए tone set करता है।

2. राति बिहू (Raati Bihu):

7 types of Bohag Bihu

राति बिहू रात में celebrated होता है और यह दिन cultural performances के लिए famous है। इस दिन युवा पुरुष और महिलाएँ traditional कपड़ों में तैयार होते हैं और बिहू नृत्य करते हैं। ढोल, पेपा, और बांसुरी की music हवा में गूंजती है, और तारों भरी रात में लोग इस celebration का आनंद लेते हैं। राति बिहू असम की rich culture को showcase करता है और community को एक साथ लाता है।

3. गोरु बिहू (Goru Bihu):

7 types of Bohag Bihu

गोरु बिहू का दिन cattle को समर्पित होता है, जो असम के agrarian जीवन का अहम हिस्सा हैं। इस दिन लोग अपने मवेशियों को नदी में नहलाते हैं, हल्दी और प्राकृतिक रंगों से उनकी पूजा करते हैं, और उन्हें special खाना खिलाते हैं। यह ritual उनके स्वास्थ्य और productivity के लिए किया जाता है। गोरु बिहू असम के लोगों की प्रकृति और पशुओं के प्रति gratitude को दर्शाता है।

4. मानुह बिहू (Manuh Bihu):

7 types of Bohag Bihu

मानुह बिहू बोहाग बिहू का main day है। इस दिन लोग एक-दूसरे को gifts देते हैं, रिश्तेदारों से मिलते हैं, और traditional खाने का आनंद लेते हैं। पिठा (चावल के केक), लारु (मीठी गोलियाँ), और जोलपान जैसे dishes तैयार किए जाते हैं। यह दिन social bonding और परिवार के साथ quality time बिताने का होता है। मानुह बिहू में हर घर में happiness और warmth का माहौल होता है।

5. कुटुम बिहू (Kutum Bihu):

7 types of Bohag Bihu

कुटुम बिहू community bonding के लिए dedicated है। इस दिन लोग अपने दोस्तों और पड़ोसियों से मिलते हैं, greetings exchange करते हैं, और cultural programs में हिस्सा लेते हैं। यह दिन relationships को मजबूत करने और unity को बढ़ावा देने का होता है। गाँवों में लोग एक साथ बैठकर traditional गीत गाते हैं और इस festival के spirit को जीवंत रखते हैं।

6. मेला बिहू (Mela Bihu):

7 types of Bohag Bihu

मेला बिहू के दिन fairs और cultural events आयोजित होते हैं। स्थानीय कारीगर अपने handicrafts प्रदर्शित करते हैं, और खाने की stalls में असमिया व्यंजनों की variety मिलती है। यह दिन असम की creativity और culture को celebrate करने का होता है। मेला बिहू में लोग नृत्य, संगीत, और खाने का आनंद लेते हैं, जिससे यह festival और भी memorable बन जाता है।

7. चेरा बिहू (Chera Bihu):

7 types of Bohag Bihu

चेरा बिहू बोहाग बिहू का आखिरी दिन है। इस दिन लोग prayers करते हैं और आने वाले साल के लिए blessings माँगते हैं। मंदिरों में पूजा होती है, और community feasts का आयोजन किया जाता है। यह दिन reflection और gratitude का होता है, जब लोग इस उत्सव को समाप्त करते हैं और नए साल की शुरुआत की उम्मीद करते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion):

बोहाग बिहू के 7 प्रकार असम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। हर दिन अपने unique rituals और celebrations के साथ इस festival को खास बनाता है। गोरु बिहू में पशुओं की पूजा से लेकर राति बिहू में तारों के नीचे नृत्य तक, बोहाग बिहू असमिया जीवन का एक जीवंत चित्र प्रस्तुत करता है।

अगर आप असम में इस festive season का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो local culture में डूब जाएँ, rituals में participate करें, और असमिया लोगों की warmth और hospitality का अनुभव करें। “What are the 7 types of Bohag Bihu?” का जवाब सिर्फ इन सात दिनों में नहीं, बल्कि इस festival के spirit में छिपा है—एकता, खुशी, और नवीकरण।











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