परिचय (Introduction):
Bihu dance world record बिहू नृत्य, असम की संस्कृति की धड़कन और गर्व का प्रतीक है। 2024 में, इस नृत्य ने एक नया इतिहास रच दिया है। Guinness World Record Bihu dance के तहत, असम के सरसजाई स्टेडियम में 20,000 से अधिक कलाकारों ने एक साथ बिहू नृत्य करके दुनिया को हैरान कर दिया। यह आयोजन न सिर्फ असम बल्कि पूरे भारत के लिए सांस्कृतिक गौरव की बात है। इस आर्टिकल में, हम आपको इस विश्व रिकॉर्ड की पूरी कहानी, बिहू नृत्य का महत्व, और असम की इस अनोखी उपलब्धि के बारे में बताएँगे।
बिहू नृत्य: असम की आत्मा की अभिव्यक्ति (Bihu Dance: Expression of the Soul of Assam):
बिहू नृत्य असम के तीन मुख्य त्योहारों – बोहाग बिहू (Rongali Bihu), कोंगाली बिहू (Kati Bihu), और भोगली बिहू (Magh Bihu) – का अभिन्न अंग है। यह नृत्य मुख्य रूप से बोहाग बिहू के दौरान किया जाता है, जो अप्रैल में मनाया जाता है। बिहू नृत्य न केवल खुशी का प्रतीक है, बल्कि यह किसानों की मेहनत, प्रकृति की उर्वरता, और युवाओं के उत्साह को दर्शाता है।
बिहू नृत्य की विशेषताएँ (Characteristics of Bihu dance):
लयबद्ध चाल: पैरों की थाप और हाथों के कोमल मूवमेंट्स।
पारंपरिक वाद्ययंत्र: ढोल (Dhol), पेपा (Pepa – बाँसुरी), और ताल (Cymbal) का उपयोग।
वेशभूषा: महिलाएँ मेखला-चादर (Mekhela Chador) और पुरुष धोती-गमोसा (Gamosa) पहनते हैं।
2025 का ऐतिहासिक विश्व रिकॉर्ड: कैसे हुआ आयोजन? (Historic world record of 2025: How did the event take place?):
14 अप्रैल 2025 को, असम सरकार ने “বিহুৱে বিশ্বজোৰা” (Bihu e Biswa Jora) नामक कार्यक्रम आयोजित किया। इसका मुख्य उद्देश्य बिहू नृत्य को Guinness World Record में शामिल करवाना था। इसके लिए असम के 35 जिलों से 20,000 से अधिक कलाकारों को चुना गया।
रिकॉर्ड की मुख्य जानकारी (Key details of the record):
स्थान: गुवाहाटी का सरसजाई स्टेडियम (Sarusajai Stadium)।
समय: सुबह 8:30 बजे से 10 मिनट तक नॉन-स्टॉप नृत्य।
गिनीज टीम: इवेंट को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की ऑफिशियल टीम ने वेरीफाई किया।
प्रमाणपत्र: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को प्रमाणपत्र सौंपा गया।
विश्व रिकॉर्ड की तैयारी: क्या थी चुनौतियाँ? (Preparing for the world record: What were the challenges?):
इतने बड़े पैमाने पर आयोजन करना आसान नहीं था। यहाँ हैं कुछ महत्वपूर्ण चरण:
1. कलाकारों का चयन (Selection of artists):
राज्य भर के स्कूलों, कॉलेजों, और सांस्कृतिक संस्थानों से 16 से 40 वर्ष के कलाकारों को चुना गया।
3 महीने तक चले ऑडिशन में 50,000 से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया।
2. ट्रेनिंग कैंप (Training Camp):
गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, और सिलचर में 15 ट्रेनिंग केंद्र बनाए गए।
प्रसिद्ध बिहू कोरियोग्राफर प्रसन्न ज्योति दास ने सभी को एक समान स्टेप्स सिखाए।
3. लॉजिस्टिक्स (Logistics):
कलाकारों के रहने और खाने की व्यवस्था असम टूरिज्म ने की।
स्टेडियम में 40 LED स्क्रीन लगाई गईं ताकि सभी को सिंक्रोनाइज़ करने में मदद मिले।
बिहू डांस वर्ल्ड रिकॉर्ड 2025 का डेटा टेबल (Data Table of Bihu Dance World Record 2025):
| पैरामीटर | विवरण |
|——————–|———————————|
| रिकॉर्ड का नाम | “लार्जेस्ट बिहू डांस पर्फॉर्मेंस” |
| कलाकारों की संख्या | 20,450 |
| समय अवधि | 10 मिनट |
| पिछला रिकॉर्ड | 15,000 कलाकार (मणिपुरी नृत्य, 2022)|
| आयोजक | असम सरकार और असम टूरिज्म
असम की संस्कृति को मिला वैश्विक पहचान (Assam’s culture got global recognition):
इस रिकॉर्ड ने न केवल बिहू बल्कि पूरे असम को ग्लोबल स्टेज पर पहुँचाया है। यहाँ हैं इसके 5 मुख्य फायदे:
1. पर्यटन को बढ़ावा: 2024-25 में असम के पर्यटन में 40% वृद्धि का अनुमान।
2. युवाओं को मौके: सांस्कृतिक कलाकारों के लिए नए अवसर।
3. सांस्कृतिक गौरव: बिहू अब विश्व विरासत का हिस्सा।
4. एकता का संदेश: विभिन्न जाति-धर्म के कलाकारों ने साथ काम किया।
5. रोजगार: हैंडलूम और पारंपरिक वस्त्र उद्योग को फायदा।
बिहू नृत्य से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting facts related to Bihu dance):
नृत्य की उत्पत्ति: बिहू शब्द संस्कृत के “बिषुवन” से आया है, जिसका अर्थ है “समान भाग”।
महिलाओं की भूमिका: नृत्य में महिलाएँ केंद्र में रहती हैं, जो समाज में उनके सम्मान को दर्शाता है।
यूनेस्को की मान्यता: 2023 में बिहू को यूनेस्को की इंटैंजिबल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट में शामिल किया गया।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
1. बिहू नृत्य का गिनीज रिकॉर्ड कब तक मान्य है?
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स हर साल अपडेट होते हैं। कोई भी राज्य या देश नया रिकॉर्ड बना सकता है।
2. क्या इस इवेंट को लाइव देखा जा सकता था?
जी हाँ! असम टूरिज्म के YouTube चैनल और DD असम पर लाइव स्ट्रीमिंग हुई थी।
3. बिहू नृत्य सीखने के लिए कहाँ जाएँ?
असम राज्य संगीत नाटक अकादमी (गुवाहाटी)।
नृत्य गुरु प्रसन्न ज्योति दास का ऑनलाइन कोर्स।
निष्कर्ष (Conclusion):
Bihu dance world record Assam ने साबित कर दिया है कि भारत की सांस्कृतिक विरासत दुनिया में अद्वितीय है। यह रिकॉर्ड कोई साधारण उपलब्धि नहीं, बल्कि हज़ारों कलाकारों की मेहनत और असम के लोगों के जज़्बे की मिसाल है। अगर आप भी असम की इस रंगीन संस्कृति को करीब से देखना चाहते हैं, तो अगले बिहू त्योहार पर जरूर जाएँ। जय असम, जय भारत!