परिचय (Introduction):
Khandoba Festival”, महाराष्ट्र और कर्नाटक में धूमधाम से मना जाने वाला एक प्रमुख पर्व है, जिसमें भगवान खंडोबा को भक्त बनाया गया है। यह पर्व न केवल धार्मिक विश्वासको का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक रूप रखता है। परंपराओं और लोक रीति-रिवाजों को भी सजीव करता है। भगवान खंडोबा को “मल्हारी मार्तंड” के नाम से भी जाना जाता है और वे हिंदू धर्म में शिवजी के अवतार माने जाते हैं।
Khandoba Festival का महत्व (Importance of Khandoba Festival):
खंडोबा फेस्टिवल भगवान खंडोबा की पूजा-अर्चना और उनके प्रति आस्था व्यक्त करने का पर्व है।
1. आध्यात्मिक महत्व: भगवान खंडोबा को भक्त अपने संरक्षक देवता मानते हैं। यह पर्व भक्ति, विश्वास और समर्पण का प्रतीक है।
2. सांस्कृतिक एकता: यह पर्व विभिन्न समुदायों और जातियों के बीच सांस्कृतिक एकता को दर्शाता है।
Khandoba Festival के पीछे की कथा (The story behind Khandoba Festival):
Khandoba Festival से जुड़ी पौराणिक कथा भगवान शिव के मल्हार या खंडोबा रूप में अवतार लेने की कहानी है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने राक्षस “मणि” और “मल्ला” का वध करने के लिए यह रूप धारण किया था। मल्लारी मार्तंड (खंडोबा) ने युद्ध के दौरान अपने अनुयायियों और भक्तों को शक्ति प्रदान की। उनकी विजय का उत्सव “खंडोबा फेस्टिवल” के रूप में मनाया जाता है।
खंडोबा मंदिर और पूजा स्थल (Khandoba Temple and Worship Places):
खंडोबा की पूजा विशेष रूप से “Jejuri” में होती है, जिसे “खंडोबा का मंदिर” कहा जाता है।
1. Jejuri Temple: यह पुणे के पास स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है और “सोन्याची जीजुरी” (सोने की जीजुरी) के नाम से जाना जाता है।
2. पुणे और कर्नाटक: इन स्थानों में भी खंडोबा की पूजा बड़े धूमधाम से होती है।
3. अन्य मंदिर: बीड, सोलापुर और बेलगाम के क्षेत्रों में खंडोबा की पूजा के विशेष आयोजन होते हैं।
खंडोबा फेस्टिवल कैसे मनाया जाता है? (How is Khandoba Festival celebrated?):
1. पूजा और अनुष्ठान (Puja and rituals):
खंडोबा की मूर्ति का अभिषेक किया जाता है।
भक्त “Haldi (हल्दी)” और “Bhandara (चने का आटा)” चढ़ाते हैं।
विशेष मंत्रों और भजनों के साथ पूजा की जाती है।
2. हवन और यज्ञ (Havan and Yagya):
पर्व के दौरान यज्ञ और हवन का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं।
3. घोड़े और हथियारों की पूजा (Worship of horses and weapons):
खंडोबा को योद्धा देवता माना जाता है। इस कारण घोड़े और तलवार जैसे हथियारों की पूजा की जाती है।
4. सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural programme):
लोक नृत्य और संगीत जैसे कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
Jagran और Bhajan पूरी रात चलता है।
बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष खेल और गतिविधियां होती हैं।
5. विवाह परंपरा (Marriage Tradition):
खंडोबा फेस्टिवल के दौरान कई गरीब और वंचित परिवारों के सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किए जाते हैं।
खंडोबा फेस्टिवल की सांस्कृतिक झलकियां (Cultural highlights of Khandoba Festival):
1. हल्दी का खेल (Turmeric game):
भक्त खंडोबा की मूर्ति पर हल्दी चढ़ाते हैं और एक-दूसरे पर हल्दी डालते हैं।
2. भक्ति गीत और संगीत (Devotional songs and music):
इस अवसर पर विशेष भजन और गीत गाए जाते हैं जो भगवान खंडोबा की महिमा का गुणगान करते हैं।
3. पालकी यात्रा (Palki Yatra):
खंडोबा की पालकी पूरे गांव या शहर में धूमधाम से निकाली जाती है।
खंडोबा फेस्टिवल का महत्व आधुनिक युग में (Importance of Khandoba Festival in Modern Era):
1. सांस्कृतिक धरोहर (Cultural heritage):
खंडोबा फेस्टिवल भारतीय संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा है।
2. पर्यटन (Tourism):
Jejuri और अन्य खंडोबा मंदिरों पर यह पर्व बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है।
3. सामाजिक एकता (Social integration):
पर्व जाति और धर्म से ऊपर उठकर सभी समुदायों को एकजुट करता है।
खंडोबा से जुड़ी परंपराएं (Traditions associated with Khandoba):
1. हल्दी का महत्व (Importance of turmeric):
खंडोबा फेस्टिवल में हल्दी का उपयोग बहुत ही पवित्र माना जाता है।
2. मन्नतें और भेंट (Vows and Offerings):
भक्त अपनी मन्नत पूरी होने के लिए खंडोबा को धन और वस्त्र अर्पित करते हैं।
3. पशु बलि (Animal sacrifice):
कुछ स्थानों पर पारंपरिक रूप से पशु बलि दी जाती थी, लेकिन अब यह प्रथा कम हो गई है।
खंडोबा फेस्टिवल में विशेष व्यंजन (Special dishes in Khandoba Festival):
1. पुरण पोली।
2. शिरा (हलवा)।
3. खिचड़ी।
4. भोग के रूप में हल्दी के लड्डू।
निष्कर्ष (Conclusion):
Khandoba Festival न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक भी है। इस पर्व से न केवल आध्यात्मिक लाभ मिलता है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित करता है।