परिचय (Introduction):
नए साल का स्वागत दुनिया भर में अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। हर देश की अपनी-अपनी परंपरा रीति-रिवाज होते हैं, जो उनके संस्कृति को दर्शाता है। आईए इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे अनोखे नए साल के त्यौहार के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, जो दुनिया के अलग-अलग तरीकों से किए जाने वाले अपनी-अपनी परंपरा रीति रिवाज कैसे मनाते हैं।
भारत (India):
भारत में नया साल का स्वागत बड़े धूमधाम से किया जाता है। भारत में कोने-कोने राज्य में भी इसका महत्व बहुत ज्यादा होता है, और नए साल को बड़े स्वागत के साथअपनाया जाता है। खासकर पंजाब और उत्तर भारत में इसका स्वागत बड़े धूमधाम से किया जाता है, भारत में 1 जनवरी से नए साल का शुरुआत होता है। उसके आगे की रात भर जाग कर इस नए साल को बड़े धूमधाम से अपने-अपने तरीकों से मानते हैं। घर के साफ-सफाई करते हैं घर में फूलों के रंगोली बनाते हैं, नए-नए कपड़े पहनते हैं, मंदिर जाते हैं, ताकि आने वाला समय अच्छे से गुजर जाए। इसलिए मंदिर जाकर पूजा अर्चना करते हैं, बीता हुआ कल को भूलकर आने वाला कल के बारे में सोचते हैं। लोग इस दिन आग जलाते हैं और उसके चारों ओर एक हीरा बनाकर गाने बजा ते खुशियां मनाते हैं गन्ने, तिल, मूंगफली और पॉपकॉर्न, अग्नि में अर्पित किया जाता है, इस नए साल की फसल का स्वागत करने और समृद्धि की प्रार्थना के रूप में देखा जाता है।
भारत उगादी दक्षिण भारत (India Ugadi South India):
दक्षिण भारत में भी नए साल का स्वागत बड़े धूमधाम के साथ किया जाता है। दक्षिण भारत में खासकर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, और तेलंगाना में उदगी के नाम से नए साल का स्वागत किया जाता है। यह त्यौहार चंद्र कैलेंडर के अनुसार मार्च, अप्रैल, महीने में आता है, इस दिन लोग अपने घर को साफ सफाई करते हैं, नए-नए कपड़े पहनते हैं, और बहुत सारे व्यंजन बनाते हैं। एक दूसरे को उपहार देते हैं, एक दूसरे के साथ प्रेम करते हैं, और परिवार एक साथ होकर इस नए साल को बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। ‘उगादी पचड़ी’ नामक एक खास मिठाई बनाई जाती है। जो मीठा और खट्टा दोनों स्वादों से भरी होती है, इसे जीवन के मीठे और खट्टे अनुभवों का प्रतीक भी माना जाता है।
स्पेन 12 अंगूर खाने की परंपरा (Spain’s tradition of eating the 12 grapes):
स्पेन में नए साल का स्वागत अंगूर खाने से होता है। और यह 12:00 बजे खाते हैं, हर अंगूर का मतलब एक महीने से होता है। माना जाता है कि अगर आप सही समय पर 12 अंगूर खा लेते हैं तो, आपका आने वाला पूरा साल शुभ माना जाता है। इस परंपरा को स्पेन में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, इस दिन वहां के लोग अपने घर को साफ सफाई करते हैं, नए-नए कपड़े पहनते हैं, तरह-तरह के व्यंजन भी बनाए जाते हैं। और अपने रीति रिवाज परंपराओं के साथ इस नए साल का स्वागत करते हैं।
ब्राज़ील समुद्र में फूल चढ़ाने की परंपरा (Brazil tradition of offering flowers into the sea):
ब्राजील में नए साल की शुरुआत समुद्र के किनारे से होता है। इस दिन ब्राजील के लोग सफेद कपड़े पहनकर समुद्र में देवी नाम को पूजा अर्चना करते हैं, फूल चढ़ाते हैं, और उपहार अर्पित करते हैं। माना जाता है की देवी समुद्र से जुड़ी लोगों की इच्छाएं पूरी करती है, इसलिए ब्राजील के लोग अपने-अपने तरीकों से इस पूजा को बड़े धूमधाम के साथ करते हैं। इस दिन वहां के लोग अपने घर को साफ सफाई करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, तरह-तरह के व्यंजन बनाते हैं। बीता हुआ कल को भूलकर आने वाले कल के बारे में सोचते हैं, अपने परिवार, रिश्तेदार, दोस्तों, के साथ उस दिन खुशियां बढ़ाते हैं, इसी तरह नए साल का स्वागत बड़े धूमधाम के साथ किया जाता है।
जापान 108 बार घंटी बजाने की परंपरा (Japan tradition of ringing the bell 108 times):
जापान में नए साल का शुरुआत 108 बार घंटी बजाने से होता है। इसे ‘जॉय नो काने’ कहते हैं, हर बार घंटी बजाने का मतलब इंसान के108 दोषों को दूर करना है। जापान में इसे एक आध्यात्मिक प्रक्रिया के रूप से देखा जाता है, जो जीवन को पवित्र और शांति बनाती है, इसलिए वह दिन 108 बार घंटी बजाना परंपरा है, वह दिन 108 बार घंटी बजाने से अपने सारे नकारात्मक सोच को फेंक सकते हैं। और सकारात्मक सोच को आगे बढ़ा सकते हैं, उस दिन 108 बार घंटी बजाने से सारे दोष कट जाते हैं। और आने वाला कल अच्छा होता है, इस दिन वह लोग अपने घर को साफ सफाई करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, आने वाले कल के बारे में सोचते हैं, और अपने-अपने तरीकों से रीति रिवाज को नए साल का स्वागत धूमधाम के साथ करते हैं।
डेनमार्क बर्तन फेंकने की परंपरा (Denmark’s pot-throwing tradition):
डेनमार्क में नए साल की शुरुआत बड़े धूमधाम से किया जाता है। डेनमार्क में लोग पुराने बर्तन और प्लेट अपने दोस्तों और पड़ोसियों के दरवाजों पर फेंकते हैं, इससे बुरी आत्माओं को दूर भगाया जाता है और नए साल की खुशियों का स्वागत किया जाता है। जितने ज्यादा बर्तन टूटते हैं उतना ही अच्छा माना जाता है कि आपका नया साल शुभ होगा, इसीलिए वह दिन बर्तन देखना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। बर्तन फेंकने से नकारात्मक सोच को भी फेंक सकते हैं, और सकारात्मक सोच को लेकर आगे बढ़ने का तरीका ढूंढ सकते हैं। इसलिए वह दिन पुराने बर्तन फेंक देते हैं ताकि आने वाला कल सुबह हो और नए साल का शुरुआत नई वस्तु से शुरू होना चाहिए, इसलिए पुराने बर्तन फेक के नए बर्तन का उपयोग किया जाता है। और उस दिन घर को साफ सफाई करते हैं, ताकि बुरी आत्माओं को अच्छे से फेंक सके, नए-नए कपड़े पहनते हैं। तरह-तरह के व्यंजन बनाते हैं, इसी तरह डेनमार्क में अपने-अपने तरीकों से रीति-रिवाज से नए साल की शुरुआत बड़े धूमधाम के साथ सभी को खुशियां बांटने के साथ-साथ मनाते हैं।
फिलीपींस – गोल चीजों का महत्व (Philippines – The importance of round things):
फिलिपींस में भी नए साल का शुरुआत बड़े धूमधाम के साथ स्वागत किया जाता है। फिलिपींस में नए साल के दिन गोल आकार की चीजों को बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि गोल आकार के फल खाते हैं और गोल सिक्के अपने पास रखते हैं, इस धन और सामग्री का प्रतीक भी माना जाता है। गोल चीज सुख, शांति, समृद्धि, खुशहाली, लेकर आती है, इसलिए उस दिन वहां के लोग गोल आकार के वस्तु हो या, पैसा जो भी हो उसको बहुत ही शुभ मानते हैं। और व्यंजन में भी लड्डू बनाकर कहते हैं अपने परिवार के साथ इसका आनंद बड़े धूमधाम के साथ उठते हैं, अपने-अपने घर को अच्छे से साफ-सफाई करते हैं। ताकि बुरी आत्माओं को दूर भगा सके, नए-नए कपड़े पहनते हैं, तरह-तरह के व्यंजन बनाते हैं खासकर उस दिन लड्डू बनाया जाता है। क्योंकि गोल खाना उस दिन बहुत ही शुभ होता है, इसी तरह अपने तरीकों से रीति, रिवाज, के साथ इस नए साल का स्वागत बड़े धूमधाम के साथ किया जाता है।
इक्वाडोर – पुतले जलाने की परंपरा (Ecuador – tradition of burning effigies):
इक्वाडोर में नए साल का स्वागत बड़े धूमधाम के साथ किया जाता है। ‘अनोस विएजो’ लोग पुराने पुतला जला के बुरी आत्माओं और बुरी घटनाओं का दूर भगाते हैं, पुराने साल की पुतला को जलाने से बुरी बातें भी जाती है। नया साल नई ऊर्जा और खुशियों के साथ शुरू होता है, इसलिए इक्वाडोर में पुतला जलाने की परंपरा बहुत आगे से चल आ रही है। इसीलिए बीता हुआ कल को भूलकर आने वाला कल के बारे में सोचना चाहिए, अपना नकारात्मक सोच को बदलाव लेना चाहिए, हर व्यक्ति को अच्छे नजर से देखना चाहिए। इस दिन से अपने सोच को बदलाव लेना चाहिए, जैसे नए साल की शुरुआत होते हैं वैसे ही अपने सोच को भी नया बनाना चाहिए। इस दिन अपने घर को अच्छे से साफ-सफाई करते हैं, ताकि पुराने यादें भूल के नई साल के नई ऊर्जा के साथ अच्छे से मना सके। और नए-नए कपड़े पहनते हैं, तरह-तरह के व्यंजन बनाते हैं, उस दिन मीठा खाना बहुत खास होता है। क्योंकि मीठा खाने से आने वाला समय भी मीठास के साथ जुड़ा होता है, इसी तरह इक्वाडोर में भी नए साल का स्वागत अपनी रीति-रिवाज के साथ धूमधाम के साथ किया जाता है।
चीन – लाल रंग की सजावट (China – Red Decoration):
चीन में नए साल को बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लोग अपने घर को अच्छे से साफ सफाई करते हैं, और घर को लाल रंग से सजाते हैं, क्योंकि लाल रंग को बुरी आत्माओं से बचाने वाला और खुशहाली लाने वाला माना जाता है। इस त्यौहार के साथ परिवार, के सदस्य, रिश्तेदार, दोस्तों, एक साथ में मिलकर तरह-तरह के व्यंजन पकाते हैं, और उसका आनंद लेते हैं चीन में नए साल का शुरुआत बड़े ही स्वागत के साथ किया जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
दुनिया में नए साल का स्वागत बड़े धूमधाम के साथ अपने-अपने रीति, रिवाज, परंपराओं, के साथ किया जाता मनाया जाता है। त्योहार केवल नए साल की शुरुआत का प्रतीक होता है, बल्कि यह त्यौहार हर संस्कृति की अनूठी पहचान को भी दर्शाता है। चाहे अंगूर खाना हो, पुतले जलाना हो, हर परंपरा के पीछे एक खास मान्यता जुड़ा होता है। हम न केवल नए साल का स्वागत करते हैं, बल्कि अपने जीवन में नई शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत करते हैं।